बिहार के भाजपा विधायक ललन पासवान द्वारा वायरल आडियो मामले में, पटना निगरानी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद, उसका प्रभाव सीधे रांची में दिखा। चारा घोटाले में सजा काट रहे राजद अध्यक्ष लालू यादव को आखिरकार फिर से रिम्स पेइंग वार्ड में ही वापस भेज दिया गया। इससे पहले कोरोना के बहाने से उन्हें रिम्स निदेशक के बंगले में रखा गया था। हद तो तब हो गयी जब रिम्स के नए निदेशक को स्वयं ही सर्किट हाउस में जाकर ठहरना पड़ गया।

वहीं लालू यादव पर इस दौरान लगातार जेल मैनुअल के उल्लंघन के आरोप लगते रहे। भाजपा भी इस मामले में झारखंड की हेमंत सरकार पर, लालू यादव के प्रति नरमी बरतने का आरोप लगाती रही है। राजनीतिक गलियारे में इस बात की चर्चा भी जोरों पर है कि अब लालू यादव को शायद ही जमानत मिल पाएगी।